Hindi poetry- spiritualism isn't bussiness (warning): धर्म की ठेकेदारी!
Abhijit Thakur
09:46
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धर्म की ठेकेदारी अधर्म की नींव बनी ही रहेगी क्यों की तुमने कृष्ण को छोड़ गीता को पकड़ लिया, फिर समझ लिया उतना जितना चेतन था...
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