Hindi poetry- broken within:जिश्म ठंडा होने तो दो इश्क़ कफ़न तो होने दो!
Abhijit Thakur
08:00
0
जिश्म ठंडा होने तो दो इश्क़ कफ़न तो होने दो! रोकर किसे कहोगे अपना मुझे जरा दूर तो होने दो! याद करोगे तुम फिर कभी अभी मुझ...
Read more »